यथार्थ गीता : स्वामी अड़गड़ानंद - धर्म, दर्शन, उपनिषद
Yathartha Gita : Swami Adgadananda - Religion, Philosophy, Upanishads
लेखक के बारे में (About the author):
श्री कृष्ण, और उनकी भगवद्गीता दोनों ही स्वंय में अद्वितीय हैं। गीता को अंतिम उपनिषद या गीतोपनिषद भी कहा जाता है। गीता पर सैकड़ों टीकाओं व व्याख्यायें हुई हैं, उन सभी में स्वामी श्री अड़गड़ानंद द्वारा की गई व्याख्या न केवल यथार्थ बल्कि प्रत्यक्षानुभूत है।
पुस्तक विवरण (Description of the book):
पुस्तक का नाम / Name of book: | यथार्थ गीता / Yathartha Gita |
लेखक का नाम / Writer of book: | स्वामी अड़गड़ानंद / Swami Adgadananda |
पुस्तक की भाषा / Language of book: | संस्कृत-हिंदी /Sanskrit-Hindi |
पृष्ठों की संख्या / Number of pages: | 429 |
पुस्तक का साइज / Book's size: | 3.2 MB |
पुस्तक की स्थिति / Condition of book: | उत्तम / Best |
हमारी बेवसाइट आप पुस्तक प्रेमियों तक आपकी प्रिय पुस्तकों को नि:शुल्क व सुरक्षित रूप से पहुँचाने का कार्य करती है। अत: अन्य नई व पुरानी सभी पुस्तकों की नोटिफिकेशन पाने के लिये इस बेवसाइट को Subscribe करें।
या
नीचे दिये बटन पर क्लिक कर हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़े, जोकि बहुत आसान, मुफ्त व तेज सुविधा है।
जरूरी सूचना:- मित्रों यथार्थ गीता के हिन्दी या अंग्रेजी पेपरबैक वर्जन को यदि आप मुफ्त में अपने घर पर मंगाना चाहते हैं, तो कृपया नीचे दिये बटन पर क्लिक करें (यह कोई स्कैम नहीं है)।
आपके समय के लिये धन्यवाद।
Post a Comment